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ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन चुनाव में मृत्युंजय कुमार चौधरी ने दर्ज की जीत।

बता दें कि मृत्युंजय कुमार चौधरी ने प्रविण कुमार को 515 वोटों से मात दी है. मृत्युंजय कुमार चौधरी को कुल 1521 वोट मिले और प्रविण कुमार को सिर्फ 1004 वोट मिले हैं.

बिहार एवं जिला मिडिया संघ (आइमा मीडिया फाउंडेशन) में हुए चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. मृत्युंजय कुमार चौधरी ने चुनावों में अध्यक्ष पद पर बड़ी जीत दर्ज की है. उन्होंने प्रविण कुमार को बड़े अंतर से हराया है.

मृत्युंजय चौधरी ने कहा कि हिंदुस्तान विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। 140 करोड़ की आबादी वाले इस लोकतंत्र में विभिन्न सम्प्रदायों, धर्मों, जातियों से जुड़े लोग निवास करते हैं। बड़ी आबादी होने तथा विविध वर्गों में बंटे होने के कारण यहां के लोगों की समस्याएं भी अन्य देशों की अपेक्षा अधिक हैं। देश के अनेक अंचलों में गरीबी तथा अशिक्षा के कारण जागरूकता की कमी है। आइमा मीडिया फाउंडेशन का उद्देश्य वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ लोगों को उनके अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे सुसंस्कृत समाज का हिस्सा बनकर एक खुशहाल जीवन जी सकें तथा अपना देश एक बार फिर से आर्थिक दृष्टि से समृद्ध होकर शिक्षा, सभ्यता व संस्कृति के क्षेत्र में विश्व में सिरमौर बन सके।देश के अनेक भू-भागों में अनेक समस्याओं के साथ छुआछूत, ऊंच-नीच का भेदभाव, सामंतवाद अभी भी विद्यमान है। आजादी के पूर्व जहां इस देश को विदेशी ताकतों ने लूटा, वहीं आजादी के बाद विभिन्न कालखण्डों में सफेदपोश नेताओं तथा सत्तारूढ़ प्रभावशाली व्यक्तियों ने भी देश की जनता का उत्पीड़न व शोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसका परिणाम यह हुआ कि देश की आजादी को लम्बा समय बीत जाने के बावजूद आज भी जनसंख्या विस्फोट, अंधविश्वास, अशिक्षा, शिक्षा और इलाज की असमानता, गरीबी, बाल श्रम, बच्चों तथा महिलाओं का शोषण, सामन्तवाद, सम्प्रदायवाद, जातिवाद, राजनीतिक प्रदूषण, पर्यावरण प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, बेरोजगारी, यातायात, पानी, बिजली, आवास, वृद्ध, विकलांग, किसान, व्यापारियों की समस्याएं, आर्थिक असमानता, आदि समस्याएं बराबर बनी हुई हैं। सामाजिक अपराध बढ़ रहे हैं।

आइमा मीडिया फाउंडेशन का उद्देश्य उक्त विषयों पर निगरानी रखना और शासन प्रशासन को उनसे अवगत कराना, लोगों को जागरूक करना तथा देश के अंतिम छोर पर खड़े हर व्यक्ति को हरसंभव मदद पहुंचाना है।

आइमा मीडिया फाउंडेशन, सामाजिक समस्याओं, कुरीतियों, अंधविश्वासों के शिकार व्यक्तियों को पटल पर लाने तथा उन्हें जागरूक करने का कार्य करती है, ताकि वे चुनौतियों से साहस के साथ जूझकर आगे बढ़ सकें। इसके साथ ही वह देश के सुदूर अंचलों में छिपी हुई प्रतिभाओं को भी पटल पर लाने का कार्य करती है, ताकि उनके बारे में लोगों को जानकारी मिल सके तथा उन्हें अपनी प्रतिभा को कुंदन की भांति निखारने का अवसर मिल सके। इसके साथ ही यदि ग्रामीण परिवेश पर नजर डाली जाए तो किसानों को खेती-किसानी सम्बंधी तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता की कमी के कारण आम आदमी इन समस्याओं से जूझकर अपना लक्ष्य हासिल करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। आइमा मीडिया फाउंडेशन का मकसद लोगों में जागरूकता उत्पन्न करके उन्हें अपने लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ने की हिम्मत प्रदान करना है।

आइमा मीडिया फाउंडेशन के उप संगठनों का विस्तार सुदूर अंचलों में जाकर देश के अंतिम छोर तक किये जाने की योजना है, ताकि इसके माध्यम से शोषितों, पीड़ितों की आवाज को मुखर किया जा सके तथा उन्हें न्याय की चौखट तक पहुँचाने में एक पहल की जा सके। इसके लिए संगठन की राष्ट्रीय, राज्य, जिला, नगर, कस्बा से लेकर ग्राम स्तर तक इकाइयां गठित करना हैं।

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